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- गौरी हत्या कांड खबर पढ़ कर रो पड़ेंगे
Posted by : Unknown
Sunday, 8 February 2015
दो फरवरी को अपने घर से कुछ काम को लेकर गौरी निकली थी लेकिन वो वापस नहीं लौटी तीन फरवरी को अखबारों में खबर छपी कि एक महिला के शरीर के हिस्से शहीद पथ पर मिले हैं लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पाई है।कहीं पैर मिले, कहीं हाथ, कहीं सिर और कहीं धड़। पुलिस भी इस नज़ारे को देख कर कांप गई। रेप की आशंका से इंकार करती रही और कहा कि पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।
गौरी हत्या कांड की खबर चार तारीख को जो अखबार लखनऊ में छपे इस कहानी से रंगे हुए थे। तहजीब के शहर पर जो दाग लगा वो गहरा था। गौरी के परिवार का रो-रोकर हाल बुरा था और हत्यारे पुलिस की पहुंच से दूर। पोस्टमार्टम से जो बात निकल कर सामने आई वो ये कि हत्यारों ने उसके जिंदा रहते ही उसका गला काटा था। परिवार का आरोप है कि पुलिस का रवैया लचर था और शायद इसी वजह से हत्यारे कामयाब हो गए। परिवार कहता रहा कि बीच बीच में गौरी का फोन ऑन हो रहा है लेकिन पुलिस रविवार का रोना रोती रही।
इसके बाद पुलिस हरकत में आई और कुछ लोगों को हिरासत में लिया। इनमें एक युवती भी थी। पांच फरवरी के अखबार भी कत्ल की इस दर्दनाक कहानी से भरे पड़े थे। लखनऊ के लोग अपनी बेटियों की सुरक्षा के लिए खौफज़दा थे, उन्होंने आवाज उठाई और प्रदर्शन भी किए।
इसके बाद पुलिस हरकत में आई और कुछ लोगों को हिरासत में लिया। इनमें एक युवती भी थी। पांच फरवरी के अखबार भी कत्ल की इस दर्दनाक कहानी से भरे पड़े थे। लखनऊ के लोग अपनी बेटियों की सुरक्षा के लिए खौफज़दा थे, उन्होंने आवाज उठाई और प्रदर्शन भी किए।
छह फरवरी के अखबार गुस्से से भरे हुए थे। ये गुस्सा लखनऊ की जनता का था जो सड़कों पर उतर आया था। लखनऊ अब गौरी के लिए इंसाफ मांग रहा था।
महिला आयोग भी अब इस मामले में सक्रिय हो गया था लेकिन हत्यारे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर थे। जो लड़कियां गौरी के लिए इंसाफ की मांग को लेकर मोमबत्ती जुलूस निकाल रही थीं उनके लिए भी अपने आंसुओं पर काबू पाना मुश्किल हो गया। बहते आंसू उस दर्द की तस्दीक कर रहे थे जिस दर्द को असुरक्षित लड़कियां दिन रात महसूस करती हैं।
पुलिस अब जी जान से वारदात के खुलासे में लगी थी। पुलिस ने कई इलाकों में मुखबिर सक्रिय कर दिए थे और सात लोगों को हिरासत में ले लिया था। अब साफ हो चुका है कि गौरी की हत्या उसके फेसबुक फ्रेंड ने ही की थी। पुलिस के मुताबिक हिमांशु प्रजापति इस हत्या का मास्टरमाइंड है।