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- पटना में आतंक का बड़ा जखीरा नष्ट किया
Posted by : Unknown
Saturday 11 July 2015
पटना में आतंक का बड़ा जखीरा एनएसजी ने नष्ट किया
पटना (बिहार) रामकृष्णनगर थाना क्षेत्र के खेमनीचक मोहल्ले के लोगों ने 11 जुलाई की दोपहर के बाद राहत की सांस ली। यहां के शिव नगर रोड नंबर तीन के राम प्रवेश रॉय उर्फ़ नेता ज़ी के लॉज से बरामद आइईडी (इम्प्रूवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) युक्त एक दर्जन केन बमों को दिल्ली से पहुंची एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) की टीम ने निकाल लिया। एनएसजी ने विस्फोटकों को आबादी से दूर ले जाकर नष्ट किया। विस्फोटकों का धमाका का सोर 2 किलोमीटर के रेडियस में महसूस किया गया।
ये विस्फोटक पूरे इलाके को तबाह करने में सक्षम थे। इस कारण स्थानीय लोग भयभीत थे। उधर, पुलिस भी इन्हें निष्क्रिय करने में असमर्थ दिख रही थी।
पटना पुलिस मगर संसाधनों के अभाव के कारण इन बमों को निष्क्रिय करने में नाकाम रही। इसलिए एनएसजी की टीम का बुलाया गया। एनएसजी ने पटना पहुंचते ही जांच का काम शुरू कर दिया। एनएसजी ने कार्रवाई आरंभ करने के पहले आसपास के मकानों को खाली करा लिया। इसके बाद उन्हें घटना-स्थल से निकाला गया। टीम ने विस्फोटकों के 11 थैलों को लॉज से बाहर निकाल लिया। इनमें 10 छोटे थैले थे। इन विस्फोटकों को नष्ट कर दिया गया। इनके कुछ सैंपल एनएसजी अपने साथ दिल्ली ले गई।
पटना (बिहार) रामकृष्णनगर थाना क्षेत्र के खेमनीचक मोहल्ले के लोगों ने 11 जुलाई की दोपहर के बाद राहत की सांस ली। यहां के शिव नगर रोड नंबर तीन के राम प्रवेश रॉय उर्फ़ नेता ज़ी के लॉज से बरामद आइईडी (इम्प्रूवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) युक्त एक दर्जन केन बमों को दिल्ली से पहुंची एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) की टीम ने निकाल लिया। एनएसजी ने विस्फोटकों को आबादी से दूर ले जाकर नष्ट किया। विस्फोटकों का धमाका का सोर 2 किलोमीटर के रेडियस में महसूस किया गया।
ये विस्फोटक पूरे इलाके को तबाह करने में सक्षम थे। इस कारण स्थानीय लोग भयभीत थे। उधर, पुलिस भी इन्हें निष्क्रिय करने में असमर्थ दिख रही थी।
पटना पुलिस मगर संसाधनों के अभाव के कारण इन बमों को निष्क्रिय करने में नाकाम रही। इसलिए एनएसजी की टीम का बुलाया गया। एनएसजी ने पटना पहुंचते ही जांच का काम शुरू कर दिया। एनएसजी ने कार्रवाई आरंभ करने के पहले आसपास के मकानों को खाली करा लिया। इसके बाद उन्हें घटना-स्थल से निकाला गया। टीम ने विस्फोटकों के 11 थैलों को लॉज से बाहर निकाल लिया। इनमें 10 छोटे थैले थे। इन विस्फोटकों को नष्ट कर दिया गया। इनके कुछ सैंपल एनएसजी अपने साथ दिल्ली ले गई।
पटना पुलिस ने रामकृष्ण नगर थानान्तर्गत खेमनीचक के शिव नगर रोड नंबर तीन स्थित राम प्रवेश राय उर्फ नेताजी के लॉज से सौ किलो विस्फोटक बरामद किए। विस्फोटक एक दर्जन केन बमों की शक्ल में थे।
तलाशी के दौरान 75 डेटोनेटर, 52 टाइमर, सात रिमोट कंट्रोल और पांच किलो अमोनियम नाइट्रेट सहित काफी संख्या में साउंड सेंसर, लाइट सेंसर और छह यूनिक सेंसर भी मिले। एक एक बम फटने पर आधा किमी का इलाका दहल जाता। इतना बड़ा जखीरा पटना में पहले कभी नहीं मिला था।
नक्सली संगठन पीएलएफआइ के सदस्य चुहवा की गिरफ्तारी के बाद रांची पुलिस से मिली सूचना पर पटना में यह कार्रवाई की गई। हालांकि, कमरे में रहने वाला युवक पुलिस गिरफ्त में नहीं आ सका। मौके से नौ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पटना पुलिस के अनुसार, गत 27 अक्टूबर 2013 को गांधी मैदान में धमाके के बाद पांच जिंदा बम बरामद किए गए थे। बिहार पुलिस की डिस्पोजल टीम उन बमों की बनावट को समझ नहीं पाई थी। इस कारण बाहर से विद्युत प्रवाह कर बमों में विस्फोट करा उन्हें निष्क्रिय किया गया था।
एनएसजी ने पटना पुलिस की उस कार्रवाई पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि विस्फोट से पूर्व मानकों का ख्याल नहीं रखा गया। छोटी सी चूक बड़े हादसे को अंजाम दे सकती थी। इस कारण भी पटना पुलिस ने इस बार एनएसजी को बुलाया।Read more >>